गले में दर्द के घरेलू उपचार

गले में दर्द के घरेलू उपचार

गले में दर्द: कारण और घरेलू नुस्खे

गले में दर्द की समस्या अधिकतर बढ़ी उम्र वाले बुजुर्ग में देखीं जाती है, लगभग हर तीन बुजुर्ग व्यक्तियों में से दो बुजुर्ग व्यक्तियों को गले में दर्द की समस्या है। हालांकि पिछले कुछ वर्षों से गले में दर्द की समस्या से युवाओं को भी बहुत अधिक परेशान देखा गया है। रिड की हड्डी का एक शीरा जो गले से होता हुआ मस्तिष्क के संकेतों का शरीर में आदान-प्रदान करता है, स्पाइनल कहलाता है। स्पाइनल पेशियों, नशों और हड्डियों की एक संरचना है, जो गर्दन के मुड़ने में सहायता प्रदान करती है। कभी-कभी एक ही अवस्था में गर्दन के होने से या सोते समय ठीक अवस्था में न सोना या मोटी-मोटी तकिया लेकर सोना आदि से गले में दर्द की समस्या होने लगती है, हालांकि यह दर्द एक हफ्ते के अंदर-अंदर खत्म हो जाता है। बुजुर्ग व्यक्तियों को अकसर लम्बे समय तक गले में दर्द की समस्या का अनुभव करना पड़ता है, बढ़ती हुई उम्र के कारण बुजुर्ग व्यक्तियों की हड्डी व पेशियाँ जर-जर होने लगती है, जिससे उनमें गले में दर्द की समस्या उत्पन्न होने लगती है।

 

क्या है गले में दर्द की समस्या?

गले में दर्द की समस्या कई कारणों से होती है, जैसे ठीक अवस्था में न सोना, बढ़ती हुई उम्र, गर्दन व गले में चोट, एक अवस्था में कई देर तक रहना आदि। गले में दर्द मुख्यतः पेशियों और हड्डियों के कठोर होने के कारण होता है। एक अवस्था में कई देर तक रहने से या रोजाना व्यायाम न करने से हड्डियाँ और पेशियाँ कठोर होने लगती है, कठोर हुई या काफी समय से इस्तेमाल न हुई पेशियों को यदि प्रयोग में लाया जाता है तो वह गंभीर दर्द उत्पन्न करते है। गले की हलके गर्म तेल से मालिश और रोजाना गले के व्यायाम करने से गले में दर्द की समस्या को बंद किया जा सकता है। प्रत्येक पेशी को कार्य में लाने से पेशियाँ फ्लेक्सिबल रहती है।

 

गले में दर्द तीन प्रकार के हो सकते है

  • एक्यूट गले में दर्द: गले का वह दर्द जो एक हफ्ते के अंदर-अंदर खत्म हो जाता है, आमतौर पर गले का यह दर्द ठीक अवस्था में न सोने से होता है।
  • सबएक्यूट गले में दर्द: गले में दर्द जब लगभग 4 हफ्तों तक बना रहता है, यह दर्द कार्यालयों में कंप्यूटर इत्यादि उपकरणों के सामने घंटों कार्य करने से होता है।
  • क्रोनिक गले में दर्द: गले में दर्द का यह प्रकार लम्बे समय तक व्यक्ति के साथ बना रहता है, यह अधिकतर बुजुर्ग व्यक्तियों को अपना शिकार बनाता है।

 

गले में दर्द किन कारणों से होता है?

  • खराब अवस्था में सोने से

  • शरीर में पानी की कमी से
  • बढ़ती हुई उम्र
  • गले को एक ही अवस्था में काफी देर तक रखना
  • कंप्यूटर जॉब
  • गले में नयी अथवा पुरानी चोटों से
  • धूम्रपान की आदत
  • अनु वांशिक या पारिवारिक इतिहास

 

गले में दर्द होने पर क्या करें व क्या न करें ?

  • सही अवस्था में सोये

  • गले और कंधे की हर पेशी को उपयोग में ले
  • रोजाना व्यायाम करें
  • अपनी पेशियों को खिंचाव प्रदान करें
  • प्रचुर मात्रा में पानी पिए (लग भाग 8 से 10 गिलास पानी का सेवन रोजाना करें)
  • गर्दन को हिलाते रहे, एक ही अवस्था में न रहे
  • कंप्यूटर या लैपटॉप इत्यादि में कार्य करते समय उनको अपनी आँखो के ठीक सामने अवस्थित करें
  • अपने गले को हलके गर्म तिल के तेल से मालिश करें
  • पेट के सहारे न सोये
  • अपने गले को गर्म कपडे से सेके
  • बैग या झोलों को एक कंधे में हरगिज न टाँके
  • यदि आप किसी कंप्यूटर कार्यालय में कार्यरत है तो आप ज्यादा देर तक एक ही अवस्था में कंप्यूटर के समीप न बैठे

 

गले में दर्द के घरेलू उपचार

निम्नलिखित घरेलू नुस्खों का पालन करें और गले में दर्द की समस्या से राहत पाए-

 

गले में दर्द के घरेलू उपचार

सामग्री: अजवाइन, हींग और साफ़ कपडा

स्टेप १: एक चम्मच अजवान और आधा चम्मच हींग लेकर कूट ले।

स्टेप २: कूटे हुए अजवाइन और हींग को एक साफ़ कपड़े में भरे।

स्टेप ३: कपड़े में मिश्रण मिलाने के बाद उसने गांठ बांधकर उसकी पोटली बना ले और गम करें।

निर्देश: गर्म पोटली के द्वारा अपने गले को सेंके, इस नुस्खे के प्रयोग से आपके गले में दर्द कम होता है।

 

गले में दर्द के घरेलू उपचार

सामग्री: जायफल और पानी

स्टेप १: एक जायफल को पानी के साथ मिलाकर उसको घिसे और उसका पेस्ट बना ले।

निर्देश: इस पेस्ट को अपने गले में अच्छी तरह लगाए और गले में दर्द की समस्या को अंदर से ठीक करें।

 

गले में दर्द के घरेलू उपचार

सामग्री: तिल का तेल या सरसों का तेल

स्टेप १: इन दोनों तेलों में से किसी एक तेल की दो चम्मच लेकर उसको थोड़ी देर तक गर्म करें।

निर्देश: इस हलके गर्म तेल से अपनी गर्दन की मालिश रोजाना करें, यह गले के दर्द से तुरंत राहत दिलाता है।

 

गले में दर्द के घरेलू उपचार

सामग्री: गर्म पानी का बैग

स्टेप १: पानी के गर्म बैग को अपने गले में लगाकर गले को सेंके।

निर्देश: इस विधि का प्रयोग रात को सोते समय करें, यह नुस्खा काफी ज्यादा व्यक्ति अपने जीवन में करते है।

 

गले में दर्द के घरेलू उपचार

सामग्री: अजवाइन, लहसुन, अदरक और तिल का तेल

स्टेप १: एक चम्मच अजवाइन, कुछ लहसुन की बालियाँ और एक टुकड़ा कदूकस किया हुआ अदरक लेकर 50 से 60 मिली-लीटर तिल के तेल में मिला लीजिये।

स्टेप २: तेल में सभी उत्पादों को मिलाने के पश्चात उसे मन्द आंच में तब तक गर्म करें जब तक उत्पादों का रंग भूरा न हो जाये।

स्टेप ३: गर्म करने के पश्चात छननी की सहायता से तेल को एक कटोरे में छान ले और गुनगुना होने दे।

निर्देश: इस हलके गर्म तेल से अपने गर्दन और गले की अच्छी तरह मालिश करें, यह एक रामबाण नुस्खा है जो पुराने से पुराने गले में दर्द की समस्या से छुटकारा दिलाता है।  गले में दर्द जब भी उठे तुरंत इस नुस्खे का प्रयोग करें।

 

ऊपर बताये सभी नुस्खे और विधियाँ गले में स्थित पेशियों और नसों को स्थिर और गर्म रखती है, व्यायाम और दिए गए सभी निर्देशों का पालन करने से गले में दर्द की समस्या से सिर्फ कुछ ही दिनों में राहत मिलती है।

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