Type : Ayurvedic Medicine Pack Qty : 120 Tab.
About Medicine
Swollen and inflamed veins in the rectum and anus that cause discomfort and bleeding are known as Piles, our Sanyasi Piles Tablet helps you cure the swelling and inflamed veins in the rectum, and giving you relief in the bleeding and discomfort.
यह दवा बवासीर की असली जड़ कब्ज को दूर कर मल को मुलायम करती है, ताकि पेट में पड़ा हुआ पुराना मल और विषैले पदार्थ आसानी से बाहर निकल सके, यह दवा जोरसे मल त्याग करने की कोशिश की वजह से, गुदाद्वार की धमनियों की शिराओं के फूल जाने की वजह से, होने वाले मस्सों को सुखाने में मदद करती है, और गुदाद्वार द्वारा निकलने वाले खून को बंद करती है, जिस वजह से वहां सूजन, दर्द, लालिमा घटने लगते हैं, और मरीज को पूरी तरह आराम आने लगता है।
यह दवा 100% शुद्ध जड़ी बूटियों से तैयार की जाती है, इसलिए इसका शरीर पर कोई भी साइड-इफ़ेक्ट, नुकसान या दुष्प्रभाव नहीं होता, पहले 15 दिन के सेवन में ही आपको इसका फर्क नज़र आ जायेगा।
Swollen and inflamed veins in the rectum and anus that cause discomfort and bleeding are known as Piles, Piles are caused by increased pressure in the lower rectum. The blood vessels around the anus and in the rectum will stretch under pressure and may swell or bulge, forming piles. This may be due to chronic constipation, chronic diarrhea, pregnancy, straining when passing a stool.
Our Sanyasi Piles Tablet helps you cure the swelling and inflamed veins in the rectum, and giving you relief in the bleeding and discomfort.
People between the age group of 18 to 50
This medicine is not recommended for those who have diseases like T.B., Ulcer, Cancer, Liver cirrhosis, Hepatitis, and any problem related to Heart or Kidney. Also, If one has undergone any minor or major surgery in the last 1-1.5 year or has any major disease which requires a frequent visit to a doctor, pregnant females or feeding mothers are suggested to avoid the intake of this medicine for precautionary purposes.
कब्ज बवासीर की माँ हैं, जैसे बिना माँ के बच्चा पैदा नहीं हो सकता, वैसे ही बिना कब्ज के बवासीर नहीं हो सकती। कई बार जब मल सख्त हो जाता है, और ज्यादा जोर लगाकर निकालना पड़ता है, तथा गुदाद्वार की मुलायम धमनियां जोर लगाने की वजह से फूल जाती हैं, और मस्सों का रूप ले लेती हैं, जिसे बादी बवासीर कहते हैं। और कभी-कभी तो मल त्याग करते वक्त ज्यादा कड़क मल होने की वजह से मलद्वार कट-छील जाता है, जिस वजह से मल में खून टपकने लग जाता है, जिसे खूनी बवासीर कहते हैं।
इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए हमारी संस्था सन्यासी आयुर्वेदा ने सन्यासी पाइल्स टेबलेट निर्माण किया है, जो की बवासीर की असली जड़ कब्ज को दूरकर मल को मुलायम करती है, तांकि पेट में पड़ा हुआ पुराना मल और विषैले पदार्थ आसानी से बहार निकल सके, यह दवा जोर से मल त्याग करने की कोशिश की वजह से, गुदाद्वार की धमनियों की शिराओं के फूल जाने की वजह से होने वाले मस्सों को सुखाने में मदद करती है, और गुदाद्वार द्वारा निकलने वाले खून को बंद करती है, जिस वजह से वहां सूजन, दर्द, लालिमा घटने लगतें है, और मरीज को पूरी तरह से आराम आने लगता है।
यह दवा 100% शुद्ध जड़ी बूटियों से तैयार की जाती है, इसलिए इसका शरीर पर कोई भी साइड-इफ़ेक्ट, नुकसान या दुष्प्रभाव नहीं होता, पहले 15 दिन के सेवन में ही आपको इसका फर्क नज़र आ जायेगा।
18 - 50 साल तक के व्यक्ति इसका सेवन कर सकते हैं।
कौन-कौन इस दवा का सेवन नही कर सकते :-
अगर किसी को टी.बी., हार्ट प्रॉब्लम, गुर्दे की समस्या, कैंसर, लिवर सोराइसिस, हैपेटाइटिस, अल्सर, लकवा, मिर्गी-दौरे, 1-1.5 साल में कोई ऑपरेशन हुआ हो, गर्भवती महिलाएं व जो बच्चे को दूध पिलाती हों या कोई गंभीर बीमारी हो।