कब्ज का इलाज

कब्ज का इलाज

कब्ज : कारण और घरेलू उपचार

हर व्यक्ति अपने जीवन में कई बार कब्ज की समस्या का अनुभव करता है , कब्ज की समस्या हमारे विचार से बहुत बड़ी है। कब्ज हमारे दैनिक जीवन को प्रभावित करता है, आलस्य चिंता और जलन के साथ कब्ज वाला व्यक्ति अधिक कुशलता से काम नहीं कर पाता है।  दुनिया में कुल आबादी के 12% से अधिक लोग कब्ज के साथ अपना जीवन व्यतीत करते है दुनिया में 100 में से 16 वयस्क लोग कब्ज की समस्या से जूझ रहे है  | 22% भारतीय वयस्क कब्ज की समस्या के साथ अपना जीवन यापन कर रहे है।  कॉन्स्टिपेशन या कब्ज बवासीर जैसी गंभीर समस्याएं दे सकते है।

 

कब्ज क्या है?

जब हमारा शरीर तंग और सूखा मल पैदा करता है और मल निकलने में सामान्य से अधिक समय लेता है या मल को बाहर निकलने के लिए  ज़ोर लगाना पड़ता है तो हमारे शरीर की इस समस्या को कब्ज कहा जाता है। आयुर्वेद के अनुसार हमारा शरीर तीन दोषों के कारण संतुलित रहता है, जो है वात, पित्त और कफ। इन तीनो दोषो में किसी भी तरह का असंतुलन शरीर में रोगो को उत्पन्न करता है, हमारी जीवनशैली और रहन-सहन तीन दोषों को असंतुलित कर सकता हैी

 

कब्ज के लक्षण क्या हैं?

 कुछ प्रमुख लक्षण हैं जो कब्ज से जुड़े हैं जिनका उल्लेख नीचे किया गया है-

  • मल को बहार आने में समय लेना
  • मल को बहार आने के लिए ज़ोर लगाना
  • पेट में गैस बन जाना
  • पेट में दर्द होना
  • सूखा और कठोर मल आना
  • सर में दर्द
  • सांस लेने में तकलीफ
  • मुँह में टॉन्सिल होना
  • थाखावट  महसूस होना
  • खट्टी डकार

 

कब्ज के कारण ?

कब्ज के मुख्य कारण यह रहे -:

  • फाइबर रहित भोजन का सेवन करना
  • जरूरत से काम पानी पीना
  • शारीरिक क्रिया न करना
  • दिनचर्या का न होना या दिनचर्या का पालन नहीं करना
  • अधिक मात्रा में डेरी प्रोडक्ट का सेवन
  • एंटीडिप्रेसेंट / तनाव से मुक्त होने की दवा
  • थाइरोइड की समस्या
  • उम्र का बढ़ना
  • तनावमय जीवन
  • अधिक से ज्यादा कॉफी , चाय , और , शराब का  सेवन
  • तला , भुना , तीखा भोजन का सेवन
  • गरबवती ( गर्ब्वती महिला में कब्ज होना एक सामान्य  चीज है , यह  बच्चे को जन्म देने के बाद समाप्तः हो जाती है)

 

कब्ज की जटिलताएं क्या हैं ?

कब्ज की कुछ ही जटिलताऐ है , जो की उस व्यक्ति को हो सकती है जो कब्ज की समस्या से जूझ रहा है वह यह रही

  • अर्श और बवासीर
  • रेक्टल प्रोलैप्स
  • एनल फिशर/ एक फटा अथवा खुला छाला
  • इर्रिटेशन
  • काम करने में आलास आना
  • पुराना पेट दर्द
  • फेकैल इम्पेक्शन

 

कब्ज के लिए क्या करें और क्या न करें ?

कब्ज की घरेलू  उपाय जानने से पहले, हमे कुछ महत्वपूर्ण चीजे करनी चाहिए जो की कब्ज के प्रभाव को कम करती है वह निम्नलिखित है:

  • ज्यादा से ज्यादा पानी  पीना
  • केला का सेवन रोज करना
  • उबले हुए दाल का सेवन करना
  • योग और शारीरिक गतिविड़ी करना
  • ड्राई फ्रूट या फ्रेश फ्रूट का सेवान करना, जैसे की पपीता
  • पैकेज भोजन का सेवन न करना
  • कॉफ़ी का सेवन अधिक मात्रा में न करना
  • शराब न पीना
  • जितना हो सके फाइबर फ़ूड का सेवन करना
  • डेरी प्रोडक्ट का सेवन अधिक मात्रा में न करना

 

कब्ज का इलाज (घरेलू उपचार)

कुछ ही दिनों में कब्ज से छुटकारा पाने के लिए नीचे बताए गए घरेलू उपचारों का पालन करें

 

पहला घरेलू  उपचार कब्ज के लिए

सामग्री -: एक गिलास पानी 2 चम्मच सौंफ और 1 चम्मच अरंडी का तेल

स्टेप- एक बड़ा गिलास उसमे पानी डालके , २ चमच सोप डालिये

स्टेप- फिर उसे उपले और तब तक उपबाले जब तक वः आधा गिलास न हो जाये

स्टेप- फिर उसमे अरंडी का एक चमच डालिये और उसे गुनगुना होने दीजिए

निर्देश -: इस काढ़े को तब पियें जब आप पूरे दिन खाली रहेंगे, इससे आपकी आंत का रास्ता साफ हो जाएगा. कब्ज के लिए यह घरेलू उपचार मल को नरम करता है और पेट और आंत को साफ करता है।

 

कब्ज दूर करने का दूसरा घरेलू उपाय

सामग्री- त्रिफला  चूर्ण और एक गिलास गुनगुना पानी

स्टेप- एक गिलास गुनगुना पानी लें और उसमें एक चम्मच त्रिफला चूर्ण मिला लें।

निर्देश- गुनगुना पानी और त्रिफला चूर्ण का सेवन रोज सोने से पहले करे . त्रिफला चूर्ण एक बहुत पुराना आयुर्वेदिक उपचार है कब्ज का .

 

कब्ज के लिए तीसरा घरेलू उपाय

सामग्री- अदरक , पत्ते  के पुदीना और एक कप पानी

स्टेप 1- अदरक का एक टुकड़ा लें और इसे कद्दूकस की मदद से कूट दे

स्टेप २- पुदीने के पत्ते को  कुठे हुए अदरक के साथ मिला ले और फिर उसको उबले हुए पानी में मिला ले

निदेश- इस कड़े का सेवन दिन में २-३ बार सेवन करे जिस से कब्ज जैसी बीमारी की रोकथाम में मदद करता है .

 

कब्ज के लिए चौथा घरेलू उपाय

सामग्री- जीरा  काला नमक , और अजवायन (सभी सामग्री को बराबर मात्रा में लें )

स्टेप १- जीरा ,  , और अजवाइन को बराबर मात्रा में ले और उसको भून दे

स्टेप २- भुने हुए जीरा और अजवाइन के पाउडर को काले नमक के साथ मिला ले

निर्देश- इस पाउडर को आधा चमच गुनगुने पानी के साथ रोज सेवन करे . ये घरेलू  उपचार हमारी पाचन प्रक्रिया में मदद करता है  और मल को शरल बनती है

 

पाँचवाँ घरेलू उपचार कब्ज के लिए

सामग्री- किसमिस और एक गिलास दूध

स्टेप १- १० ग्राम किसमिस को रात को पानी में भीगा दे

स्टेप २- फिर किसमिस से उसके बीज निकल ले

स्टेप ३- बीज निकले के बाद दूध और किसमिस को एक साथ उबले

निर्देश- इस दूध को हर दिन एक समय सेवन करे . इस से मल में सरलता आती है जिस से मल को बहार आने में जोर की जरूरत नहीं पड़ती और कब्ज की समस्या कम होती है

 

छठा  घरलू उपचार कब्ज के लिए

सामग्री- मुलेठी पाउडर और गूढ़

स्टेप-  १ चमच मुलेठी का पाउडर और एक चमच गूढ़ को एक गिलास पानी में मिला ले

निर्देश- ये घरेलू उपचार का सेवन हर दिन सोते समय करे . इस से आपको कब्ज की समस्या से आराम मिलेगा

 

सातवाँ घरेलू  उपचार कब्ज के लिए

सामग्री- सोप और एक गिलास पानी

स्टेप १-  पहले सोप को भून ले और फिर उसको पिश दे

स्टेप २-  उसके बाद एक चम्मच पिस्से हुए सोप का एक गैस पानी के साथ मिला ले .

निर्देश- ये  पानी रोज सोने से पहले पिए . ये आपकी पाचन प्रक्रिया को बूस्ट करता है और कब्ज से आराम दिलाता है

 

आठवां घरलू उपचार कब्ज के लिए

सामग्री- सोप और चने

स्टेप-  चने को पानी में रात भर के लिए भिगो दें और जीरा या अदरक पाउडर के साथ खाये

निर्देश- ये घरेलू  उपचार आप किसी भी वक़्त कर सकते है ये घरेलू  उपचार आपके मल को सरल बनती है और पाचन क्रिया को मजबूत बनती है

 

नवा घरलू उपचार कब्ज के लिए

सामग्री- केला और दूध

स्टेप- एक या दो केलो को  छील के उबले हुए दूध में मिला ले

निर्देश- ये केला और दूध का मिक्सचर का सेवन रोज करे ये मिश्रण मल को नरम बनाता है,  और सरलता से पच भी जाता है जिस से आपको कब्ज से आराम मिलता है

 

दसवाँ घरलू उपचार कब्ज के लिए

सामग्री- अरंडी का तेल

स्टेप १- अरंडी का तेल का सेवन हफ्ते में एक से दो बार करे

निर्देश- अरंडी का तेल अकेले ही काफी है कब्ज जैसी बीमारी दूर करने के लिए, ये सबसे ज्यादा उपयोग होने वाली घरेलू  उपचार में से एक है

Video

Our Products

Home Remedies

पीले दांतो को सफेद करने के लिए घरेलू नुस्खा | Sanyasi Ayurveda