बाल झड़ना रोकने के घरेलू उपाय

बाल झड़ना रोकने के घरेलू उपाय

बालो का झड़ना

हर दिन पचास से सौ बालो का झड़ना एक प्राकृतिक प्रक्रिया है, पुराने बालो के गिरने से ही नए बाल उगते है। अगर बालो की झड़ने की संख्या उगने वाले बालो की संख्या से ज्यादा हो तो इस स्थिति को बालो का झड़ना यानि हेयर फॉल कहते है। अगर आसान भाषा में समझा जाये तो हर दिन अगर सौ बाल गिरते है तो यह स्थिति हेयर फॉल कहलाएगी। हर पांच में से एक व्यक्ति आमतौर  में किसी न किसी तरह के हेयर फॉल की समस्या से जूझ रहा है। पिछले कुछ सालो में ऐसा देखा गया है की तीस से कम उम्र वाले युवाओ में हेयर फॉल की समस्या में काफी बढ़ोतरी हुई है। कम बालो के होने से या गंजापन आने से व्यक्ति में कॉन्फिडेंस की कमी आ जाती है और वह हीन भावना महसूस करता है।

 

बालो का झड़ना प्रत्येक व्यक्ति की प्रकृति में निर्भर करता है और बालो का झड़ना खुद में ही एक लक्षण है।   लेकिन बालो के झड़ने का पैटर्न कई परिस्थियों में एक सा रहता है, जिनके लक्षण भी सामान्यतः एक से रहते है -

  • मांग (हेयर लाइन) धीरे धीरे चौड़ी होना
  • गोल छल्लेदार हिस्सों में गंजापन
  • अचानक बालो का गिरना
  • पुरे शरीर से बालो का गिरना
  • हर दिन सौ से अधिक बाल गिरना

बालो के झड़ने के कारण-

बालो के झड़ने के कई कारण हो सकते है, जैसे नए बालो का न उगना और अत्यधिक बालो का गिरना।  बालो निम्न परिस्थितयो में झड़ सकते है -

  • तनाव व डिप्रेशन
  • नुट्रिशन की कमी
  • कपाल में हाइजीन न बरतना
  • इन्फेक्शन
  • प्रदुषण
  • जीने का तरीका
  • किसी अन्य बीमारी से ग्रसित
  • बालो के ध्यान रखने में कमी
  • केमिकल प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल
  • पूरी नींद न लेना
  • खानदानी गंजापन होना
  • डैंड्रफ का होना

 

बालो के झड़ने से क्या समस्याएं हो सकती है?

अत्यधिक बालो के झड़ने से गंजापन आ जाता है और व्यक्ति हास्य का पात्र बन जाता है, जिससे उसमे कॉन्फिडेंस की कमी तो आती ही है साथ ही में वह चिड़चिड़ा भी हो जाता है।  हेयर फॉल तथा गंजापन आने से व्यक्ति उम्र से बड़ा लगने लगता है और उसकी पर्सनालिटी में कमी आ जाती है और उसे हीन भावना घेर लेती है। औरतो में बाल लम्बे नहीं हो पाते, चोटी मोटी नहीं बनती, बाल कमजोर और सूखे से दिखाई पड़ते है जिस से मन पसंद हेयर स्टाइल भी नहीं रखी जा सकती। इन सब के अतिरिक्त गंजापन आ जाने से सूर्य की हानिकारक किरणे भी सीधा सर की नरम खाल में पड़ती है, और त्वचा व मस्तिष्क को हानि पहुँचाती है।  

हेयर फॉल हो तो क्या करे और क्या न करे?

 

हेयर फॉल हो तो क्या करे-

  • कपाल में सही रक्त संचरण (ब्लड सर्कुलेशन) बालो के लिए अति लाभदायक है, इसके लिए सर में रोजाना 15 से 20 मिनट चम्फी करे, यह कोशिकाओं में रक्त के संचरण को बढ़ाता है, और बाल और अधिक मजबूत बन जाते है।
  • बालो को पीछे से आगे की तरफ बनाये, यह भी रक्त संचरण में लाभकारी है।
  • बालो के झड़ने में डैंड्रफ भी मुख्य भूमिका निभाता है, बालो को धोने से पहले छाछ या दही को सर में लगाने से बालो से डैंड्रफ गायब रहता है।
  • पानी में नीम के पत्तो को मिलाकर गर्म करके ठंडा कर उस जल से सर धोने से कपाल में इन्फेक्शन नहीं होता।
  • अच्छी नींद व चिंतामुक्त जीवन भी बालो को झड़ने से बचाता है।
  • अपनी डाइट में बदलाव लाये व जंक फ़ूड से दूर रहे।

हेयर फॉल हो तो क्या न करे-

  • चिंता करना बंद करे और खुश रहना सीखे।
  • केमिकल प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल बालो या सर में बिलकुल न करे।
  • बार-बार हेयर ड्रायर इत्यादि का इस्तेमाल न करे।
  • बालो को हमेशा बाँधकर न रखे।
  • महिलाये बालो को रोजाना न धोये।

बालो का झड़ना रोकने के लिए होम रेमेडीज -

  • अमला पाउडर व नीबू के रस को अच्छे तरह से मिलाकर पेस्ट बनाले और उसको बालो की जड़ो में अच्छी तरह से बिस मिनट तक लगाए रखे। अमला और नीबू में विटामिन्स प्रचुर मात्रा में होते है, यह बालो की जड़ो को मजबूत बनाते है और समय से पहले गंजेपन और बालो में सफेदपन को आने से रोकते है।

 

  • एलो वेरा के एक ताजे पत्ते को तोड़कर उसमे से जेल को निकालकर एक कटोरे में अच्छे से फेटले और सीधा कपाल में कम से कम 45 मिनट तक लगाए। यह कमजोर बालो को मजबूत बनाता है और बालो को सॉफ्ट और शाइनी बनाता है।

 

  • करी के कुछ पत्ते लीजिये और उसे हल्का गरम करके नारयल तेल के साथ मिक्स करके तब तक गर्म कीजिये जब तक करी के पत्ते भूरे न हो जाये, पत्तो के भूरा होने पर तेल को ठंडा होने दे, ठंडा होने पर तेल को छान कर एक डिब्बे में भरले और हफ्ते में दो बार कम से कम लगाए।

 

  • प्याज, लहसून और अदरक का रस निकाले और नरम हाथो से बालो की जड़ो में लगाए और बिस मिनट तक लगा रहने दे।  प्याज व लहसून बालो की जड़ो को मजबूत करता है और अदरक कपाल में ऑक्सीजन को बढ़ाता है।

घर में बनाये केमिकल फ्री शैम्पू –

 

लोग अकसर अच्छे केमिकल फ्री शैम्पू की तलाश में रहते है पर निराशा ही उनके हाथ लगती है, आप दिए गए निर्देशो को फॉलो करके घर पर ही एक केमिकल फ्री आयुर्वेदिक शैम्पू बना सकते है-

कुछ रीठा लीजिये और उसे पानी के भगोने में डालकर कुछ देर पानी में ही रहने दे, फिर रीठा समेत उस पानी को मन्दी आंच में गर्म करे और बार-बार रीठा दानो को रगड़ते रहे, झाग पानी को एक डब्बे में भरले और किसी सामान्य शैम्पू की तरह प्रयोग कीजिये। इस होममेड शैम्पू को आप तीन महीने तक इस्तेमाल कर सकते है।

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