मुंहासो को कम करने के घरेलू नुस्खे

मुहासे या पिम्पल्स: कारण और उपचार

लगभग हर व्यक्ति अपने जीवन में मुहासे, फोड़ो और फुंसियों आदि को कई बार अपने जीवन में अनुभव करता है, लेकिन उनमे से कई लोग अक्सर इन मुहासे और फुंसियों के कारण चिंता में रहते है। वे स्वयं को अलग महसूस करते है और लोगो से इंटरेक्शन से डरते है। मुहासे, फोड़ो और फुंसियों की शिकायत व्यक्ति अक्सर अपने बचपन या जवानी में अनुभव करता है। मुहासे या पिम्पल्स हमसे हमारी खूबसूरती और वास्तविक त्वचा की चमक छीन लेते है, अक्सर लोग मुहासे या पिम्पल्स को अनदेखा कर देते है और मुहासे धीरे-धीरे पुरे चेहरे को अपना शिकार बना लेते है। लोगो में ऐसी झूठी अवधारणा भी देखने को मिली है की मुहासे जवानी में होना एक आम बात है और यह होते है। लेकिन अगर यह अवधारणा सही है तो मुहासे हर व्यक्ति को क्यों नहीं होते? आज हम आपको "मुहासे होने के कारण और उन्हें कैसे ठीक कर सकते है" विषय पर एक विश्लेषण इस लेख के द्वारा देंगे।

 

मुहासे क्या होते है?

मुहासे, फोड़े अथवा फुंसी इत्यादि की बहुत ही आसान व्याख्या है, जब आपकी त्वचा के ठीक निचे बैक्टीरिया, मरी हुई कोशिकाओं और फैट या तेल का जमाव होता है तो वह हेयर फॉलिकल्स (जहां से बाल उगते है) से बाहर निकलने की कोशिश करते है जिस से त्वचा में गोल घेराव सा पढ़ जाता है, और उस गोले के चारो और त्वचा लाल हो जाती है और गोले के ऊपर एक सफ़ेद टिप सी बन जाती है, जहा आम तौर पर पस  होता है। त्वचा में उत्पन्न हुई इस संरचना को मुहासे, फोड़े या फुंसी कहते है। पिम्पल या मुहासे कई प्रकार के होते है, जिन्हे उनकी आकृति और प्रकर्ति के हिसाब से वर्गीकृत किया गया है। कुछ मुहासे न्यून समय के लिए हमारी त्वचा में उत्पन्न होते है और बिना किसी उपचार के स्वयं  ही लौट जाते है, लेकिन कुछ मुहासे समय के साथ-साथ फैलते जाते है और कुछ मुहासे लम्बे समय तक हमारे साथ बने रहते है।

 

मुहासों  के अलग-अलग प्रकार क्या है?

मुहासे, फोड़े या फुंसिया कई प्रकार के होते है जो उनके आकर और प्रकर्ति के आधार पर निर्धारित किये गए है-

काले मुख वाले मुहासे (ब्लैकहैड पिम्पल): ब्लैकहेड पिम्पल या काले मुख वाले मुहासे लोगो में सबसे अधिक पाए जाते है, काले मुख वाले मुहासों  में उनकी टिप काली होती है, जिन व्यक्तियों की त्वचा ऑयली या तेलीय है होती है उनमे काले मुख वाले मुहासे प्रखर रूप से पाए जाते है।

सफ़ेद मुख वाले मुहासे (वाइटहेड पिम्पल): यह मुहासे अधिकतर तब होते है जब हमारे शरीर में त्वचा के निचे डेड सेल या मरे हुए सेल बाहर निकलने का प्रयास करते है, जिससे त्वचा में दबाव पड़ता है और वो बहार मुहासे के रूप में दिखाई पड़ता है। इन मुहासों  की टिप सफ़ेद होती है।

पॉपुलेस (Papules): यह एक छोटे मुहासे होते है, जो त्वचा के निचे उत्पन्न होते है। पॉपुलेस (Papules) सफ़ेद मुख वाले और काले मुख वाले मुहासों  से अधिक स्थान घेरता है। यह मुहासे स्वयं कभी कभी स्वतः ही खत्म हो जाते है लेकिन कभी यह मुहासे काफी बड़े और पीड़ादायक हो जाते है।

 

पसटूल्स (Pustules): इन मुहासों  के चारो-तरफ त्वचा का रंग लाल रहता है और इनकी टिप सफ़ेद और पिली रंग की होती है, जिसमे पस भरा रहता है। यह मुहासे समान्य मुहासों  की तरह ही दिखाई देते है लेकिन यह उनसे आकृति में काफी बड़े होते है। यह मुख्यतः सीने, पीठ और चेहरे में होते है।

फंगल मुहासे: फंगल यानि फंगस से होने वाले मुहासों  को फंगल मुहासे कहते है, यह मुहासे सामान्यतः काफी छोटे-छोटे होते है। फंगल मुहासे या फुंसी हेयर फॉलिकल्स में इन्फेक्शन होने के कारण होते है। यदि आपकी त्वचा ऑयली है तो यह मुहासे सफ़ेद मुख वाले मुहासों  में बदल सकते है।

नोडुल्स (Nodules): यह मुहासे ऊतक की असाधारण बढ़ोतरी के कारण होता है, यह मुहासे त्वचा के थोड़ा निचे उत्पन्न होते है और यह लग-भग एक सेंटीमीटर के आकार के होते है। यह मुहासे अधिकतर हाथ, पीठ, और गले में होते है।

सिस्ट (Cyst): यह मुहासे आकृति में काफी बड़े और गठीले से होते है और यह शरीर में कही भी उत्पन्न हो सकते है।  इन मुहासों  के में हवा, द्रव या कुछ ठोस उत्पाद होते है।

मुहासे, फोड़े या फुंसी होने के क्या कारण है?

मुहासे, फोड़े या फुंसी कई कारणों से हो सकती है, निचे कुछ सामान्य कारण लिखे गए है:

  • हेयर फॉलिकलस (Hair follicles) में इन्फेक्शन
  • हेयर फॉलिकल्स में बैक्टीरिया, तेल-फैट और डेड सेल भर जाना
  • बैक्टीरिया के कारण
  • वसायुक्त भोजन का सेवन
  • शरीर में सेबम या तेल का अधिक उत्पादन
  • इन्फ्लेम्शन
  • चिंता से भरा जीवन
  • किसी बीमारी की दवाई चल रही हो
  • साफ सफाई में कमी
  • रासायनिक उत्पादों का अत्यधिक प्रयोग
  • पारिवारिक इतिहास

 

मुहासों  के कारण क्या समस्याएं हो सकती है?

मुहासे अधिकतर हमारे कॉन्फिडेंस को क्षति पहुंचाते है और हमारी समाजिक छवि को कम करते है। इन सयकोलॉजिकल दुष्प्रभावों के अतिरिक्त मुहासे हमारी त्वचा में दाग और धब्बे पैदा कर सकते है।

 

क्या करें और क्या न करें जब मुहासे हो?

  • अपनी त्वचा को सूर्य के संपर्क में अत्यधिक देर तक न रहने दे
  • मुहासों को बिलकुल भी दबाने का छूने का प्रयास न करें
  • अपने मुहासे वाले स्थान को बार-बार न धोये
  • रिफाइंड उत्पादों को न खाकर प्राकृतिक रूप से पैदा हुए उत्पादों का सेवन करें
  • मीठे और कबोहइड्रेटे युक्त पदार्थो का सेवन ज्यादा न करें
  • मुहासों में बर्फ का पैक कुछ देर तक लगाने से मुहासों  की कमी में राहत होती है
  • अपनी त्वचा को मॉइस्चराइस रखे
  • डेरी उत्पादों का सेवन अत्यधिक न करें
  • जंक फ़ूड और पैकेज्ड फ़ूड का सेवन रोके
  • सिट्रस फलो व सब्जियों का सेवन करें
  • विटामिन-E और विटामिन-C युक्त पदार्थो का सेवन करें

 

मुहासों को कम करने के घरेलु नुस्खे (होम रेमेडीज)

अपने मुहासों  से राहत पाने के लिए निचे लिखी गयी होम रेमेडीज को अपनाये-

 

मुहासों  के लिए पहली होम रेमेडी:

सामग्री: 2 निम्बू और 2 चम्मच भाप का pani

स्टेप-1: एक साफ़ कपडा ले और उसे पानी से ढके बर्तन में ऊपर की ओर ढक कर बाँध ले, पानी को गर्म करने लगा दे ओर कपडे में एकत्र पानी को एक अलग बर्तन में लेले।

स्टेप-2: 2 चम्मच भाप से प्राप्त पानी को, 2 निम्बू को काटकर व निचोड़कर उसके रस के साथ अच्छी तरह मिला ले।

निर्देश: इस टॉनिक को रोजाना रात में सोने से पहले अच्छी तरह अपने चेहरे में लगा ले और सुबह साधारण जल से अपने चेहरे को धोये, ऐसा कम से कम 2 महीने तक करें।

 

मुहासों  के लिए दूसरी होम रेमेडी:

सामग्री: दालचीनी पाउडर और धनिये की पत्तिया

स्टेप-1: धनिये की पत्तियों को अच्छी तरह पीस कर उसका जूस बना ले।

स्टेप-2: धनिये के जूस में एक चम्मच दालचीनी पाउडर अच्छी तरह मिला ले।

निर्देश: इस मिश्रण का एक चम्मच रोजाना खाना खाने के बाद तुरँत ले।

 

मुहासों  के लिए तीसरी होम रेमेडी:

सामग्री: हल्दी पाउडर, तुलसी के पत्ते और आधा कप पानी

स्टेप-1: तुलसी के लगभग 25 पत्तो को ले और उन्हें अच्छी तरह से पीस ले।

स्टेप-2: 2 चम्मच हल्दी पाउडर ले और उससे पीसी हुई तुलसी में इस तरह मिलाये की एक अच्छा पेस्ट बन जाये।

निर्देश: इस पेस्ट का आधा चम्मच रोजाना आधे कप पानी के साथ मिलाकर खाना खाने से तुरँत पहले पिए।

 

मुहासों  के लिए चौथी होम रेमेडी:

सामग्री: नीम के पत्ते

स्टेप्स: नीम के पत्तों को लेकर अच्छी तरह से पीस ले और एक बेहतर पेस्ट बनाये।

निर्देश: नीम के इस पेस्ट को मुहासे वाले स्थान में लगाए और पेस्ट के सुख जाने तक इंतजार करें और फिर इसे साधारण जल से धो ले। 

 

मुहासों  के लिए पाँचवीं होम रेमेडी:

सामग्री: त्रिफला पाउडर और जल

स्टेप: एक चम्मच त्रिफला पाउडर एक कप गर्म जल में अच्छी तरह मिला ले।

निर्देश: इस मिश्रण को रोजाना दिन में एक बार खाली पेट पिए।

 

मुहासों के लिए छठी होम रेमेडी:

सामग्री: लौकी और नमक

स्टेप-1: एक लौकी ले और उसको अच्छी तरह धो ले।  उसके छिक्कल को अच्छी तरह छील ले और छिली हुई लौकी को छोटे-छोटे टुकड़ो में काटले।

स्टेप-2: इन टुकड़ो को अच्छी तरह से पीसले और उसमे से जूस निकाल ले और उसमें एक चुटकी नमक मिला ले।

निर्देश: इस जूस का सेवन रोजाना दिन में एक बार सुबह खाली पेट करें।

 

मुहासों  के लिए सातवीं होम रेमेडी:

सामग्री: अमला

स्टेप्स: अमला को ले और उसमे से गुठली निकाल कर उसका जूस बनाले।

निर्देश: इस मिश्रण का सेवन हर रोज करें।

 

मुहासों  के लिए आठवीं होम रेमेडी:

सामग्री: धनिये का बीज, सौंफ, तुलसी का बीज, हल्दी पाउडर, और अमला पाउडर

स्टेप्स: इन सभी उत्पादों को बराबर मात्रा में ले और उसको अच्छी तरह मिलाकर पीस ले।

निर्देश: इस पाउडर का आधा चम्मच रोजाना लंच व डिनर से 15 मिनट पहले एक गिलास गर्म पानी के साथ ले।

 

मुहासों  के लिए नवी होम रेमेडी:

सामग्री: चन्दन, हल्दी पाउडर और गुलाब जल

स्टेप-1: चन्दन की लकड़ी को बारीक कर पीस ले और उसे हल्दी पाउडर के साथ अच्छी तरह मिला ले।

स्टेप-2: इस पाउडर को गुलाब जल के साथ मिलाकर एक अच्छा पेस्ट बनाये।

निर्देश: इस पेस्ट को अपने चेहरे में कम से कम 30 मिनट के लिए रखे और फिर ठन्डे पानी से चेहरे को धो ले।

 

मुहासों  के लिए दसवीं होम रेमेडी:

सामग्री: शुद्ध शहद

स्टेप: मुहासों  में शहद की कुछ बुंदे कम से कम 5-6 मिनट तक लगाए और फिर ठन्डे जल से धो ले।

निर्देश: इसका पालन रोजाना करने से फर्क जल्दी दिखने लगेगा।

 

मुहासों  व फुंसियों को लिए क्या खाये?

मुहासे, फोड़े और फुंसियों से बचने के लिए निम्नलिखित चीजों का सेवन करें-

  • चुकुन्दर, मूली और गाजर का सलाद
  • पपीते का सेवन
  • रिफाइंड फ़ूड के स्थान में शुद्ध अनाज का सेवन करें
  • पत्तेदार सब्जियों का सेवन करें
  • टमाटर और बेरीज का सेवन करें

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