मस्सा- कारण व उसके घरेलू नुस्खे
मस्सों का होना एक संक्रामक त्वचा रोग है, जो शरीर के किसी भी हिस्से में उत्पन्न हो सकता है। मस्से वायरस के कारण होते है, मस्से आमतौर पर व्यक्ति के साथ 6 महीने से 2 साल तक रहते हैं। लेकिन कुछ मस्से लम्बे समय तक नहीं जाते हैं और हमारे साथ लंबे समय तक बने रहते हैं और ऐसे मस्से किसी इलाज से ही ठीक किये जाते है। हलाकि मस्से हमें तालीफ़ या दर्द नहीं देते है और न ही मस्सों के होने का कोई साइड इफ़ेक्ट है। लेकिन निःसंदेह मस्से हमारी ख़ूबसूरती में दाग बन कर उभरते है। मस्से अधिकतर 10 वर्ष की आयु से लेकर 16 वर्ष की आयु वाले व्यक्तियों को होते है। हर तीसरा व्यक्ति ज़िन्दगी में एक न एक बार मस्सों को अपने जीवन में अनुभव करता है।
मस्सा क्या होता है?
मस्से शरीर में त्वचा में होने वाले छोटे छोटे दाने से होते है, मस्से शरीर में HPV वायरस के कारण उत्पन्न होते है और इसी के फैलाव से मस्से फैलते भी है। यह HPV वायरस हमारे शरीर में अतिरिक्त फालतू कोशिकाओं का निर्माण करता है जिससे शरीर में लम्प से छल्ले हो जाते है, जो प्रकर्ति में कठोर और उस स्थान की त्वचा मोटी हो जाती है। अंततः कोशिकाओं का यह अतिरिक्त विकास शरीर में मस्सो का रूप धारण कर लेते है। मस्से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकते है। मस्सो को कुछ भागो में उनकी अलग-अलग प्रकर्ति और उनके स्थान के हिसाब से बाटा गया है।
मस्सो के कुछ मुख्य प्रकारो का उल्लेख निचे किया गया है-
आम मस्से: सख्त और खुरदुरे धक्कों जो ज्यादातर घुटनों और हाथों पर उगते हैं
चपटे मस्से: चपटे चिकने और छोटे-छोटे उभार जो ज्यादातर चेहरे के निचले पैर और हाथ पर होते हैं
फिलीफॉर्म मस्से: ज्यादातर आंखों की नाक और गर्दन के पास होता है फिलीफॉर्म का आकार उंगली की नोक जैसा दिखता है
तल का मस्से (मोज़ेक मस्से ): पत्थर के समान कठोर मॉस जो ज्यादातर पैरों के तलवों पर उगते हैं, तल के मस्से होते हैं तल के मस्से चलने में कठिनाई उत्पन्न करते हैं और दर्दनाक हो सकते हैं
जननांग मस्से: जननांग मस्से त्वचा पर होने वाले छोटे-छोटे उभार होते हैं जो त्वचा के संचरण के माध्यम से होते हैं
मस्सों के लक्षण क्या हैं ?
मस्से को उसके आकार और संरचना से पहचानना बहुत आसान है लेकिन इसके कुछ लक्षण नीचे में लिखे गए हैं
मस्से के कारण क्या हैं ?
जैसा कि ऊपर उल्लेख किया गया है कि मस्से केवल एचपीवी वायरस के कारण होता है, लेकिन एचपीवी वायरस वाले प्रत्येक मानव शरीर में मस्से नहीं होते हैं मस्से की घटना इस बात पर निर्भर करती है कि हमारा शरीर और प्रतिरक्षा प्रणाली वायरस के प्रति प्रतिक्रिया कैसे करती है, मजबूत प्रतिरक्षा प्रभाव को बेअसर करती है।
मस्सो के कुछ मुख्य कारण निम्नलिखित है-
मस्से की जटिलताएं क्या हैं?
मस्से लम्बे समय तक हमारे साथ नहीं बने रहते और न ही मस्सो के होने के कोई दुष्प्रभाव है, लेकिन कुछ मस्से निंम्नलिखित परेशानियों का कारण बन सकते है-
मस्सों के विस्तार को नियंत्रित करने लिए बचाव व रोकथाम -
मस्सों के लिए घरेलू उपचार
मस्सों से छुटकारा पाने के लिए नीचे बताए गए घरेलू उपचारों का पालन करें
मस्सों का पहला घरेलू उपचार -
सामग्री- सेब साइडर सिरका और बेकिंग सोडा
निर्देश: १/4 चम्मच एप्पल साइडर विनेगर और १/4 चम्मच बेकिंग सोडा को अच्छी तरह मिला लें और पेस्ट को सीधे मस्से की सतह पर लगाएं, यह उपाय कुछ सहने योग्य दर्द को बढ़ा देगा और मस्से को खत्म कर देगा।
मस्से के लिए दूसरा घरेलू उपाय
सामग्री- केला
निर्देश- केले के छिलके के गीले हिस्से को मस्से पर 15 मिनट के लिए लगाएं
मस्से के लिए तीसरा घरेलू उपाय
सामग्री- प्याज का रास
निर्देश- प्याज की बूंदें को सीधे मस्से के हिस्से पर लगाए
मस्से के लिए चौथा घरेलू उपाय
सामग्री- शहद
निर्देश- शहद को मस्से वाले हिस्से में लगाए
मस्से के लिए पाँचवीं घरेलू उपाय
सामग्री- एलोवेरा जेल
निर्देश- एलोवेरा के जेल को मस्से की सतह पर लगाएं और इसे साफ कपड़े से बांध दें