रोजमर्रा की जिंदगी में हम सैकड़ों मोटे, चरबीदार लोगों को देखते है, इनमें से अधिकतर लोग अपने मोटापे की वजह से शर्मिंदगी महसूस करते है और हीनता के भाव में रहते है। वह समाज से कट से जाते है और अधिकतर समाज के लोग मोटापे से ग्रसित व्यक्ति का मजाक बनाते है। समाज में हीनता के अतिरिक्त उसे मोटापे के कारण कई जटिल बीमारियों का भी सामना करना पड़ता है। अगर हम WHO की एक रिपोर्ट को देखे तो पता चलता है की 190 करोड़ से अधिक वयस्क व्यक्तियों को मोटापे की परेशानी है और इन 190 करोड़ में से 65 करोड़ वयस्कों को ओबेसिटी की समस्या है, और वही 5 साल की उम्र से कम आयु वाले बच्चों में 4 करोड़ बच्चों को ओबेसिटी है। इसी रिपोर्ट से पता चलता है 5 से 19 वर्ष की आयु सीमा वाले बच्चों में से 34 करोड़ बच्चे ओबेसिटी और मोटापे के साथ जीवन व्यतीत कर रहे है।
सिर्फ ओबेसिटी के कारण ही हम हर साल 40 लाख लोगों को हमेशा के लिए खो देते है, और अगर हम वर्ष 1975 से अब तक का आकड़ा ले तो पता चलता है की ओबेसिटी के आकड़े में तीन गुने की उछाल आई है। एक रिसर्च में ऐसा देखा गया है की स्वस्थ वजन वाले व्यक्तियों से अधिक जल्दी ओबेसिटी और मोटापे से ग्रसित व्यक्तियों की मृत्यु होती है।
ओबेसिटी शरीर की वह अवस्था है जिसमें शरीर में अत्यधिक वसा का उत्पादन होता है व शरीर मोटा हो जाता है, ओबेसिटी या अत्यधिक मोटापा कई बीमारियों को जन्म देता है। मोटापे के बाद जो अत्यधिक मोटापा आता है उसे ओबेसिटी कहते है। ओबेसिटी और मोटापे में अंतर का पता हम BMI के फॉर्मूले से लगाते है, BMI का फार्मूला है- अपने कुल वजन की किलो ग्राम संख्या को अपनी कुल ऊंचाई की मीटर संख्या के वर्ग से भाग करें - यदि आपका BMI अंक 18.5 से कम आ रहा है तो आप पतलेपन में जीवन बिता रहे है, यदि आपका BMI अंक 18.5 और 25 के बिच में आ रहा है तो आपका शरीर स्वस्थ शरीर की श्रेणी में आएगा, अगर यदि आपका BMI अंक 25 या 30 के बीच आ रहा है तो आपका शरीर मोटापे की श्रेणी में आएगा और अगर वही BMI अंक 30 या उससे ऊपर का कोई अंक आता है तो आप ओबेसिटी से ग्रसित है।
ओबेसिटी या अत्यधिक मोटापे की शुरुआत शरीर में पेट में हलकी चर्बी से होती है, जो बाद में लगातार बढ़ती जाती है।
जितनी कैलोरीज शरीर पुरे दिन में खर्च नहीं कर पाता यदि वह उससे अधिक कैलोरीज को ग्रहण कर लेता है तो मोटापे का कारण बनता है। निचे ओबेसिटी और मोटापे के कुछ मुख्या कारण बताये गए है-
ओबेसिटी तथा मोटापे से होने वाली समस्याएं निम्न है-
वे लोग जो मोटापे के साथ अपना जीवन व्यतीत कर रहे है, उन्हें अपना मोटापा कम करने के लिए निम्नलिखित होम रेमेडीज को अपनाना चाहिए-
पहली होम रेमेडी मोटापे के लिए-
सामग्री: एक गिलास गुनगुना पानी, एक चम्मच शहद और आधा चम्मच नींबू का रस
निर्देश: शहद और नींबू को अच्छी तरह पानी में घोल ले और इस मिश्रण को रोजाना दिन में एक बार पिए।
दूसरी होम रेमेडी मोटापे के लिए-
सामग्री: एक गिलास पानी, 2 चम्मच एप्पल विनेगर और एक चम्मच नींबू का जूस
निर्देश: इन सभी उत्पादों को आपस में अच्छी तरह मिला ले और रोजाना दिन में एक बार खाली पेट पिए।
तीसरी होम रेमेडी मोटापे के लिए-
सामग्री: आधा चम्मच दाल चीनी पाउडर, आधा चम्मच शहद और आधा कप गर्म पानी
निर्देश: इन चीजों को अच्छी तरह आपस में मिला ले और इसके आधे भाग को रोजाना सुबह खाली पेट ले और बाकी का मिश्रण रात में सोने से पहले ले।
चौथी होम रेमेडी मोटापे के लिए-
सामग्री: एक कप पानी, 3 चम्मच नींबू का जूस, एक चम्मच शहद और एक चुटकी काली मिर्च पाउडर
निर्देश: इन सभी उत्पादों का एक अच्छा मिश्रण बनाये और रोजाना इस मिश्रण को 2 महीने तक दिन में 2 बार पिए।
पांचवी होम रेमेडी मोटापे के लिए-
सामग्री: 2 चम्मच त्रिफला चूरन और आधा लीटर पानी
निर्देश: पानी को त्रिफला के साथ मिलकर 5 मिनट के लिए गर्म करें और फिर छानकर रोजाना दिन में 2 बार पिए।
छटी होम रेमेडी मोटापे के लिए-
सामग्री: 2 चम्मच अदरक का जूस, 3 चम्मच नींबू का जूस, 2 चम्मच शहद
निर्देश: इन सभी उत्पादों को एक गिलास गुनगुने पानी में अच्छी तरह मिलाकर रोजाना एक गिलास दिन में 2 बार पिए।